☀ आनन्दमय जीवन ☀


☀ आनन्दमय जीवन  ☀
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🔶 मन को एकाग्र करके कल्पना द्वारा नकारात्मक को सकारात्मक में बदला जा सकता है । इसके लिए आप सुबह उठते ही सबसे पहले यह कल्पना करें कि मैं बहुत प्रसन्न हूँ । बिस्तर से प्रसन्नचित्त उठें । आभामण्डित, प्रफुल्लित, आशापूर्ण, जैसे मेरे साथ कुछ समग्र, अनन्त बहुमूल्य होने जा रहा है । अपने बिस्तर से आशापूर्ण चित्त से कुछ ऐसे भाव भरें कि आज का यह दिन मेरे लिए बहुत खास है । आज कुछ अनूठा, कुछ अद्वितीय मेरी प्रतीक्षा कर रहा है । वह अनूठा और खास मेरे करीब है । इसी प्रक्रिया को दिनभर बार-बार स्मरण रखने की कोशिश करें । इस लॉकडाऊन के दौरान नित्य अभ्यास से आप अपने भीतर पाओगे कि मेरा पूरा वजूद, पूरा ढंग, पूरी तरंगें बदल गयीं हैं ।

🔶 जब रात को आप सोते हो तो कल्पना करो कि मैं परमात्मा के दिव्य हाथों में जा रहा हूँ और परमात्मा मुझे सहारा दे रहा है । मैं प्रभु की गोद में सोने जा रहा हूँ । बस, एक बात पर निरन्तर ध्यान रखें कि नींद के आने तक आपको कल्पना करते जाना है, ताकि कल्पना नींद में प्रवेश कर जाए और कल्पना व अस्तित्व दोनों एक-दूसरे में घुल-मिल जाएं ।

🔶 किसी नकारात्मक बात की कल्पना मत करें । क्योंकि जो व्यक्ति कल्पनाशील होते हैं, अगर उनके द्वारा नकारात्मक कल्पना की जाये तो वह वास्तविकता में बदल जाती है । अगर आप कल्पना करते हो कि मैं दिव्य शक्ति से भरपूर आनन्दमय जीवन जी रहा हूँ तो आप तुरन्त ही आनन्दमय हो जाओगे । आपकी कल्पना उसे साकार रुप दे देती है । इसलिए आपके अन्दर जब भी कोई नकारात्मक विचार आएं तो उसे एकदम सकारात्मक सोच में बदल दें । उसे नकार दें, छोड़ दें या उसे दूर फैंक दें ।

🔶 यदि जैसा कहा गया है, ठीक वैसा आप 100% करोगे तो इस लॉकडाऊन के दौरान आपको अनुभव होने लगेंगे कि आप बिना किसी कारण के आनन्दमय रहने लगे हो । क्योंकि आनन्द हमारी स्वाभाविक मांग है ।
                                                

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