⭕ लॉकडाउन ⭕ बिमारी का जड़ से खात्मा


       ⭕  लॉकडाउन  ⭕
    बिमारी का जड़ से खात्मा
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🔷 बुराई की ऊपरी कांट-छांट से वह नहीं मिटती, उसे तो उसकी जड़ से मिटाना होता है । जब तक जड़ को नष्ट नहीं किया जाएगा, तब तक बार बार पनपती रहेगी ।

🔷 किसी नगर में एक भला आदमी रहता था, जिसका नाम श्यामू था । उसके आंगन में एक पौधा उग आया । कुछ दिनों बाद वह बड़ा हो गया और उस पर फल लगने लगे । पहली बार जब उस पेड़ से फल पककर नीचे गिरा तो वह फल किसी कुत्ते ने खा लिया और जैसे ही कुत्ते ने फल खाया, तुरन्त उसके प्राण निकल गए ।

🔷  श्यामू ने सोचा शायद कुत्ते को कोई बिमारी होगी, जिससे कुत्ता मर गया । उसने पेड़ के फल पर कोई ध्यान नहीं दिया । कुछ समय बाद उधर से एक लड़का निकला, उसने ज्यों ही फलों से लदे उस वृक्ष को देखा, उसने भी एक फल तोड़कर खा लिया । फल को खाते ही वह लड़का भी मर गया ।

🔷 अब जैसे ही वह लड़का मरा तो श्यामू समझ गया कि फल खाने से इस लड़के की मृत्यु हुई है, लगता है इस पेड़ के फल ही जहरीले हैं । उसने पेड़ से सारे फल तोड़ डाले और खड्डा खोदकर जमीन में दबा दिए, ताकि कोई गलती से भी उन फलों को ना खा सके । लेकिन थोड़े दिनों के बाद पेड़ पर फिर से नए फल लग गए । इस बार उसने कुल्हाड़ी उठाई और जिन जिन शाखाओं पर फल आए थे, उन्हें फलों सहित काटकर खड्डा खोदकर दबा दिया ।

🔷 परन्तु कुछ दिनों बाद शाखाएं पुनः फुट गयीं और चारों ओर फैल गयीं । पेड़ फिर से फलों से लद गया । श्यामू की कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि अब क्या करें ? एक दिन वह बैठा बैठा विचार कर रहा था कि तभी उसके पास एक वृद्ध पुरुष आए, उन्होंने श्यामू से परेशानी का कारण पूछा !

🔷 श्यामू ने उस वृद्ध महापुरुष को प्रणाम करके अपनी परेशानी का कारण बताया । श्यामू की सारी बात सुनकर उस वृद्ध पुरुष ने कहा - 'सुनो, बेटा ! तुमने पेड़ के फल तोड़े, उसकी शाखाएं काटी, पर तुम्हारी समझ में यह नहीं आया कि जब तक पेड़ की जड़ रहेगी, तब तक पेड़ समाप्त नहीं होगा और इसी प्रकार से इस पेड़ पर फल आते रहेंगे । यदि तुम इससे छुटकारा पाना चाहते हो तो इसकी जड़ को समाप्त करो ।'

🔷 वृद्ध महापुरुष की बात सुनकर श्यामू ने पेड़ का जड़ सहित खात्मा कर दिया और अब उसे समझ में आ गया कि बुराई की ऊपरी कांट छांट से वह नहीं मिटती, बुराई को तो उसकी जड़ से ही मिटाना चाहिए ।

♦ आज विश्वभर में 'कोरोना महामारी' को जड़ से खत्म करने का प्रयास जारी है । हमारा अपना देश भारत भी बड़ी से बड़ी कीमत चुकाकर इस महामारी को समाप्त करने में जुटा हुआ है । इसलिए सभी से विनम्र निवेदन है कि भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन के इस अहम फैंसले का हृदय से स्वागत करें और लॉकडाउन के नियमों का सतर्कता से पालन करें । सबका मङ्गल हो !

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