कोरोना के बीच घर जाने को उमड़े लोग, पढ़िए 5 बड़ी खबरें
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कोरोना के बीच घर जाने को उमड़े लोग, पढ़िए 5 बड़ी खबरें
कोरोना वायरस के चलते हिंदुस्तान में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है. इसके चलते काफी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं. लोग पैदल ही अपने घरों के लिए निकल रहे हैं और भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. पढ़िए शनिवार शाम की पांच बड़ी खबरें.
भारत में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है. अब तक हिंदुस्तान में 983 लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं, जिनमें से 23 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, दुनियाभर में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़कर 6 लाख 20 हजार से ज्यादा हो चुका है, जिनमें से 28 हजार 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पढ़िए शनिवार शाम की बढ़ी खबरें...
लॉकडाउन के चौथे दिन शनिवार को देशभर में मजदूरों का अपने-अपने घर के लिए पलायन एक बड़ी चुनौती बनकर सामने दिखा. इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई कदम उठाए हैं. दिल्ली-एनसीआर का हाल सबसे बुरा है, जहां मजदूर, रिक्शा चालक और फैक्ट्री कर्मचारी अपने अपने गांव की ओर लौटने के लिए हजारों की तादाद में निकल पड़े हैं. दिल्ली के आनंद विहार अंतरराज्यीय बस अड्डे पर शनिवार शाम पलायन करने वाले लोगों की
भारी भीड़ लग गई जहां बदइंतजामी देखने को मिली.
भारी भीड़ लग गई जहां बदइंतजामी देखने को मिली.
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे हिंदुस्तान में लॉकडाउन कर दिया है. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में पूरा हिंदुस्तान एक हो गया है. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में मदद के लिए टाटा ट्रस्ट्स ने भी हाथ बढ़ाया है. टाटा ट्रस्ट्स ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 500 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला लिया है. टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन रतन टाटा ने इसका ऐलान किया.
कोरोना वायरस के चलते हिंदुस्तान में 21 दिन का लॉकडाउन कर दिया गया है. इसके चलते काफी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं. लोग पैदल ही अपने घरों के लिए निकल रहे हैं और भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस दौरान अव्यवस्था को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सरकार पर निशानादेश अभी कोरोना वायरस, बर्ड फ्लू, स्वाइन फ्लू जैसी वायरस जनित बीमारियों से ही लड़ रहा था. इसी बीच बिहार में एक और भयावह बीमारी ने अपनी दस्तक दे दी है. पिछले साल 150 से ज्यादा बच्चों की जान लेने वाला AES यानी चमकी बुखार फिर वापस आ गया है. चमकी बुखार से पीड़ित पहला बच्चा मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) के पेडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) वार्ड में भर्ती कराया गया है. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके शाही ने इस बार में आजतक को बताया कि इस साल का पहला एक्यूट एंसिफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) का केस आया है जो मुजफ्फरपुर जिले के सकरा इलाके का है.
साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, 'दिल्ली, गाजियाबाद, आनंद विहार की सड़कों पर एक मानव त्रासदी अपने पैर पसार रही है. महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है. वे पैदल, रिक्शे, गाड़ियों, बसों की छतों पर बैठकर अपने ठिकानों की तरफ भाग रहे हैं. समझ नहीं आता सरकार चाहती क्या है?'
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की गई है. वहीं हर दिन COVID-19 संक्रमितों की संख्या में भी इजाफा होता जा रहा है. अभी तक देश में कोरोना की वजह से 23 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि संक्रमितों की संख्या बढ़कर 970 हो गई है. केंद्र सरकार और राज्य सरकारें कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश में जुटी हुई हैं. हालांकि पलायन कर दूसरे राज्यों में पहुंचने वाले दिहाड़ी मजदूरों ने उनकी परेशानी बढ़ा दी है. लॉकडाउन की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा है इसलिए वो अपने गृह राज्य लौट रहे हैं.
https://youtu.be/Xg6iujFzHFc- Get link
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