बजट 2020 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बड़ा ऐलान- 1 अप्रैल से शुरू होगा जीएसटी रिटर्न का आसान वर्जन
GST Return : माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के रिटर्न का सरल स्वरूप अप्रैल 2020 से पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने लोकसभा में अपने कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए कहा कि जीएसटी ने इंस्पेक्टर राज को खत्म किया है और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को मदद पहुंचायी है। उन्होंने कहा कि इससे उपभोक्ताओं को एक लाख करोड़ रुपये की बचत हो रही है। उन्होंने कहा, ''जीएसटी के क्रियान्वयन के बाद हर परिवार को मासिक व्यय में चार प्रतिशत की बचत हो रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में जीएसटी में दो लाख नये करदाता जुड़े हैं। इसके तहत 40 करोड़ रिटर्न दाखिल किये गये हैं तथा 105 करोड़ ई-वे बिल सृजित हुए हैं। उन्होंने बजट पेश करने से पहले पूर्व वित्त मंत्री व जीएसटी के 'शिल्पकार अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। जीएसटी प्रणाली एक जुलाई 2017 से लागू हुई है। इस बार जनवरी में जीएसटी के तहत 1.1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व संग्रह हुआ। यह लगातार तीसरा महीना है जब जीएसटी से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ है।
उन्होंने बजट भाषण में कहा कि इस बार का बजट तीन चीजों पर मुख्यतौर पर केंद्रित हैं। ये तीन चीजें हैं- आकांक्षी भारत (aspirational India), सभी के लिए आर्थिक विकास (economic development) करने वाला भारत और सभी की देखभाल करने वाला समाज (caring society)। बजट में इन तीन चीजों पर ज्यादा जोर दिया गया है। सीतारमण ने कहा कि इस बजट का लक्ष्य लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, कारोबार को मजबूत करना, सभी अल्पसंख्यकों, अनुसूचित जाति/जनजाति की महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है, मुद्रास्फीति नियंत्रण में है और बैंकों का बही खाता साफ सुथरा हुआ है। वित्त मंत्री ने शनिवार को वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए कहा कि हमारा मकसद लोगों की आय और खरीद क्षमता बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि 2014-19 के दौरान सरकार ने कामकाज के संचालन में बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने माल एवं सेवा कर को ऐतिहासिक संरचनात्मक सुधार करार देते हुए कहा कि इससे देश आर्थिक रूप में एकीकृत हुआ है।
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