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Showing posts from January, 2021
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  कृष्ण -सुदामा की   मित्रता   बहुत प्रचलित है। सुदामा गरीब ब्राह्मण थे। अपने बच्चों का पेट भर सके उतने भी सुदामा के पास पैसे नहीं थे। सुदामा की पत्नी ने कहा, "हम भले ही भूखे रहें, लेकिन बच्चों का पेट तो भरना चाहिए न ?" इतना बोलते-बोलते उसकी आँखों में आँसू आ गए। सुदामा को बहुत दुःख हुआ। उन्होंने कहा, "क्या कर सकते हैं ? किसी के पास माँगने थोड़े ही जा सकते है।" पत्नी ने सुदामा से कहा, "आप कई बार कृष्ण की बात करते हो। आपकी उनके साथ बहुत मित्रता है ऐसा कहते हो। वे तो द्वारका के राजा हैं। वहाँ क्यों नहीं जाते ? जाइए न ! वहाँ कुछ भी माँगना नहीं पड़ेगा !" सुदामा को पत्नी की बात सही लगी। सुदामा ने द्वारका जाने का तय किया। पत्नी से कहा, "ठीक है, मैं कृष्ण के पास जाऊँगा। लेकिन उसके बच्चों के लिए क्या लेकर जाऊँ ?"सुदामा की पत्नी पड़ोस में से पोहे ले आई। उसे फटे हुए कपडे में बांधकर उसकी पोटली बनाई। सुदामा उस पोटली को लेकर द्वारका जाने के लिए निकल पड़े। द्वारका देखकर सुदामा तो दंग रह गए। पूरी नगरी सोने की थी। लोग बहुत सुखी थे। सुदामा पूछते-पूछते कृष्ण के महल तक
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  किसान आंदोलन: ट्रैक्टर परेड के लिए रोजाना पानीपत से गुजर रहा सैकड़ों ट्रैक्टरों का काफिला, टोल नाकों पर लंगर की व्यवस्था Haryana Panipat Farmers Protest : दिल्‍ली की ओर बढ़ रहा सैकड़ों ट्रैक्‍टर ट्रालियों में किसानों का जत्‍था, अभी-अभी पानीपत से गुजरा Facebook twitter wp Email affiliates पानीपत, जेएनएन।   किसानों ने एक दिन के लिए टोल नाकों को टोल फ्री करने की मुहिम छेड़ी है। कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों के आह्वान पर टोल प्‍लाजा पर सुबह से ही किसान पहुंचने शुरू हो गए। दिल्‍ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे के ज्‍यादातर टोल पर किसानों ने पहुंचकर फ्री करवाया। पानीपत के बाबरपुर और डाहर टोल प्‍लाजा सहित करनाल, यमुनानगर, अंबाला और जींद में भी टोल प्लाजा पर किसानों ने कब्‍जा कर वाहनों को फ्री में जाने दिया। Haryana Panipat Farmers Protest कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों ने एक टोल प्‍लाजा घेरकर फ्री कर दिया है। वहीं पंजाब से सैकड़ों की संख्‍या में ट्रैक्‍टर ट्रालियों में किसान पंजाब से दिल्‍ली की ओर से जा रहे। जो अभी-अभी पानीपत से होकर गुजरे। वहीं अभी अभी पानीपत से सैकड़ों की संख्‍या में ट्रैक्
  किसान आंदोलन: किसानों ने पानीपत टोल प्लाजा पर डाला डेरा, सुबह करेंगे दिल्ली कूच पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान पहुंचे पानीपत, टोल प्लाजा पर लगाया लंगर कृषि बिलों के विरोध में आंदोलित किसान गुरुवार शाम को पानीपत पहुंच गए। पंजाब और हरियाणा के हजारों किसानों ने पानीपत टोल प्लाजा पर डेरा डाल दिया। ट्रालियों में भरकर लाई गई दाल-रोटी का टोल प्लाजा पर ही लंगर लगा दिया। किसान नेताओं ने शुक्रवार सुबह को किसान दिल्ली के लिए कूच करने की बात कही है। कृषि बिलों के विरोध में गुरुवार को दिल्ली में किसानों ने आंदोलन का ऐलान किया था। इस आंदोलन में शामिल होने के लिए पंजाब से किसान रवाना हुए। उनके साथ हरियाणा के किसान जुड़ते चले गए। किसानों को दिल्ली से पहले रोकने के लिए पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के साथ अंबाला और करनाल में चार नाके लगाए गए थे। इन नाकों पर रोड़ी-रेत से भरे ट्रक और बड़े-बड़े पत्थर लगाए हुए थे। इसके साथ किसानों पर वाटर केनन से बौछार और आंसू गैस के गोले दागे गए। किसान सभी बाधाओं को पार करते हुए गुरुवार शाम पानीपत पहुंच गए। किसानों ने पानीपत टोल प्लाजा पर ही डेरा डाल दिया। भारतीय किसान यूनियन के
 एक जनवरी 2021 से वस्तु एवं सेवा कर (GST) से जुड़े अहम नियम में बदलाव होने जा रहा है। अगले साल से उन कंपनियों के लिए जीएसटी ई-इनवॉइसिंग अनिवार्य हो जाएगा जिनका टर्नओवर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है। जबकि पहले यह लिमिट 500 करोड़ रुपये थी।  इस संदर्भ में सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) ने अधिसूचना जारी की। अधिसूचना में कहा गया है कि जीएसटी काउंसिल की सिफारिश पर यह बदलाव किया गया है। नई व्यवस्था एक जनवरी 2021 से लागू होगी। इस बदलाव से बड़ी संख्या में मझोली कंपनियां ई-इनवॉइसिंग के दायरे में आएंगी और माना जा रहा है कि एक अप्रैल 2021 से इसे सभी टैक्सपेयर्स के लिए बी2बी ट्रांजैक्शन के वास्ते अनिवार्य कर दिया जाएगा। केएमपीजी इंडिया में पार्टनर (इनडायरेक्ट टैक्सेज) हरप्रीत सिंह ने कहा कि 100 करोड़ से 500 करोड़ रुपये तक टर्नओवर वाले डीलरों को ई-इनवॉइसिंग के दायरे में लाना अर्थव्यवस्था के फॉर्मेलाइजेशन की दिशा में एक और कदम है। मालूम हो कि जीएसटी कानून के अनुसार, बी-टू-बी ट्रांजैक्शन के लिए एक अक्तूबर 2020 से 500 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाली कंपनियों के लिए ई-इनवॉइस अनिवार्य किय
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  500 करोड़ रुपए टर्नओवर वाले बिजनेस के लिए 1 अक्टूबर से GST e-invoice होगा अनिवार्य, जल्द जारी होगी अधिसूचना ई-इनवॉयस से छोटे व्यापारियों को कई फायदे, इस तरह काम करेगा सिस्टम इलेक्ट्रॉनिक इनवॉयस व्यवस्था लागू होने से टैक्स चोरी पर लगाम लग जाएगा साथ ही व्यापारियों के लिए भी रिटर्न फाइल करने की पूरी प्रक्रिया आसान होगी। मुंबई जीएसटी व्यवस्था को लागू करने के दो साल बाद सरकार अब टैक्स चोरी पर फोकस कर रही है। इसी सिलसिले में जनवरी 2020 से  इलेक्ट्रॉनिक इनवॉयस  को लागू किया जा सकता है। जीएसटी काउंसिल की गोवा में आयोजित 37वीं बैठक में ई-इनवॉयस के लिए स्टैंडर्ड व्यवस्था लागू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। फिलहाल इसको लेकर कोई विशेष नियम या स्टैंडर्ड नहीं है, जिसकी वजह से अलग-अलग सॉफ्टवेयर अपने-अपने तरीके से इनवॉयस तैयार करता है। टैक्स चोरी पर लगेगा लगाम स्टैंडर्ड ई-इनवॉयस की मदद से टैक्स चोरी पर भी लगाम लगाया जा सकेगा।  GSTN  की तरफ से इसको लेकर कहा गया कि नए सिस्टम से टैक्सपेयर्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। व्यापारी अपना सारा काम उसी तरह करते रहेंगे, जैसा वे करते आ रहे थे, लेकिन